सी हैवी मोलासेस से बने इथेनाल की खरीद कीमत में 1.39 रुपये की वृद्धि
पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने अपनी बैठक में इथेनाल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत 01 नवम्बर 2024 से 31 अक्टूबर 2025 तक इथेनाल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों केे लिए सी हैवी मोलासेस से बने इथेनाल के खरीद मूल्य में संशोधन को मंजूरी दी है। सी हैवी मोलासेस से बने इथेनाल के खरीद मूल्य को 56.58 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 57.97 रूपये प्रति लीटर कर दिया है। मोलासेस (शीरा) एक गाढा द्रव है जो गन्ने के रस से चीनी बनाते समय सह-उत्पाद केे रूप में प्राप्त होता है। हैवी मोलासेस की दो श्रेणी है-सी और बी। खरीद कीमत सिर्फ सी हैवी मोलासेस से बने इथेनाल की बढाई गई है। बी हैवी मोलासेस, गन्ने के रस, चीनी या सुगर सिरप से उत्पादित इथेनाल की खरीद मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
वर्ष 2025-26 तक पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनाल का लक्ष्य
सरकार ने वर्ष 2024-25 में पेट्रोल में 18 फीसदी इथेनाल मिश्रण का लक्ष्य रखा है ताकि वर्ष 2025-26 तक पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनाॅल मिश्रण के लक्ष्य को हासिल किया जा सके। सरकार के आंकड़ो के मुताबिक, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों द्वारा इथेनाॅल मिश्रण 2013-14 में 38 करोड़ लीटर से बढकर 2023-24 में 707 करोड़ लीटर हो गया है। इससे औसत मिश्रण 14.60 प्रतिशत प्राप्त हुआ है। सरकार को उम्मीद है कि वह तय वक्त पर लक्ष्य हासिल कर लेगी।
गन्ना किसानों को भुगतान मिलना आसान होगा
सी श्रेणी के शीरा से बने इथेनाॅल खरीद में संशोधन को मंजूरी मिलने के बाद कई तरह के फायदे होंगे। सभी डिस्टीलरी इस योजना का लाभ उठा सकेंगी और उनमें से बड़ी संख्या में ईबीपी कार्यक्रम के लिए इथेनाॅल की आपूर्ति किए जाने की उम्मीद है। इससे विदेशी मुद्रा बचत, पर्यावरणीय लाभ और गन्ना किसानों को जल्दी भुगतान में मदद मिलेगी।